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सा
: प्राग्वाट-इतिहास :
[तृतीय
प्र० वि० संवत् प्र० प्रतिमा प्र० आचार्य प्रा० ज्ञा० प्रतिमा-प्रतिष्ठापक श्रेष्ठि सं० १५१६ कुन्थुनाथ- तपा० रत्नशेखर- प्रा० ज्ञा० श्रे० साल्हा की स्त्री चापूदेवी के पुत्र सहजा ने
. पंचतीर्थी सूरि भार्या देवल, पुत्र सालिगादि कुटुम्बसहित स्वश्रेयोर्थ सं० १५१८ माघ धर्मनाथ- कछोलीवाला प्रा० ज्ञा० श्रे० कोहा ने मा० कामलदेवी, पुत्र नाल्हा,
पंचतीर्थी पूर्णि० गुणसागरसूरि हीदा के सहित वील्हा के श्रेयोर्थ सं० १५२३ मा० आदिनाथ- तपा० लक्ष्मीसागर अाम्रस्थल में प्रा० ज्ञा० श्रे० पनालाल की स्त्री चांददेवी शु०६ पंचतीर्थी ... सूरि के पुत्र सोभालाल ने भा० मानदेवी. भ्रात देवीचन्द आदि
कुटुम्बसहित स्वश्रेयोर्थ सं० १५२७ पौ० शांतिनाथ
प्रा० ज्ञा० श्रे० पर्वत की स्त्री साधूदेवी के पुत्र हीराचन्द्र शु० ६ शुक्र० पंचतीर्थी
ने भा० जाणी, पुत्री तोली प्रमुखकुटुम्बसहित स्वश्रेयोर्थ सं० १५३० मा० संभवनाथ
प्रा० ज्ञा० श्राविका हजू की पुत्री अरसी की पुत्री श्रा० ४ पंचतीर्थी
वीरणि नामा ने सं० १५३२ कुन्थुनाथ
सांगवाड़ावासी प्रा०ज्ञा श्रे० पूजा के पुत्र श्रे. मला की स्त्री पंचतीर्थी
माल्हणदेवी के पुत्र सहजा ने स्वभा० तोली, भ्रात तेजी(?)
वृद्ध भ्रा० पुत्र वीसा, बाघादि कुटुम्ब-सहित स्वश्रेयोथे सं०.१५३६ ज्ये० शांतिनाथ- कलोलीवाल प्रा. ज्ञा० श्रे० कोहा ने स्त्री कामलदेवी पुत्र हीदा भा० कु. ११ शुक्र० पंचतीर्थी विजयप्रभसूरि कर्मादेवी पु० गोपा, जइता, जगमाल के सहित सं० १५७५ फा० कुन्थुनाथ- तपा० हेमविमल- प्रा. ज्ञा० श्रे० भुणा की स्त्री लखूदेवी के पुत्र ईला ने भार्या कु. ५ गुरु० पंचतीर्थी मूरि भाऊ, पुत्र गहिदा, तेजसिंह प्रमुख कुटुम्बसहित.
वाटेडा ग्राम के श्री जिनालय में सं० १४६० वै० अजितनाथ- तपा० सोमसुन्दर- प्रा. ज्ञा० म० ठाकुरसिंह की स्त्री झबकूदेवी के पुत्र वाछादि शु०३ पंचतीर्थी सूरि सहित मं० केल्हा ने स्वयोर्थ.
कछोली ग्राम के श्री जिनालय में सं० १५२३ माघ० धर्मनाथ- तपा० लक्ष्मी- प्रा. ज्ञा० ऊदा की स्त्री जोगिणि ने पुत्र सहजा सादादि । शु०६ पंचतीर्थी सागरसूरि कुटुम्बसहित स्वश्रेयोर्थ.
भारजा ग्राम के श्री आदिनाथ-जिनालय में सं० १५०० दो देव- .......... प्राज्ञा० श्रे० लींवा भार्या मांजदेवी के पुत्र देवराज ने पुत्र कुलिकायें
मांगा, पिता लींबा के श्रेयोर्थ. .. अ० प्र० जै० ले० सं० ले० ५८७, ५८८, ५८६, ५६०, ५६१, ५६२, ५६३, ५६५, ६१०, ६१२, ६१५- ११६ ।