________________
Indian Film
अनन्य शिल्पकलावतार श्री लूणसिंहवसहि की हस्तिशाला में (उत्तर पक्ष से ) प्रथम पांच (एक से पांच) खत्तकों में प्रतिष्ठित मंत्री भ्राताओं की पूर्वजप्रतिमायें। देखिये पृ० १७८ पर (१) उदयप्रभसूरि, विजयसेनसूरि, महं० चण्डप, महं० चापलदेवी । (२) महं० चण्डप्रसाद, महं० जयश्री ।
(३) महं० सोम, महं० सीतादेवी, महं० आसण |
(४) महं० आशराज, महं० कुमारदेवी । (५) महं० लूणिग, महं० लूणादेवी ।