________________
श्री अगसूत्रादयकारादिः
नमो नमो निम्मलदसणस्स य श्रीआनंद-क्षमा-ललित-सुशील-सुधर्मसागर गुरुभ्यो नमः
अंग-सूत्रादि-अकारादिः [आगम-संबंधी-साहित्य]
[आद्य संपादक: - पूज्य आगमोद्धारक आचार्यदेव श्री आनंदसागर सूरीश्वरजी म. सा.]
(किञ्चित् वैशिष्ठ्यं समर्पितेन सह) पुन: संकलनकर्ता - मुनि दीपरत्नसागर (M.Com., M.Ed., Ph.D.. श्रुतमहर्षि) 28/07/2017, शुक्रवार, २०७३ श्रावण शुक्ल ५
jain_e_library's Net Publications
मुनि दीपरत्नसागरेण पुनः संकलिता अंग-सूत्रादि-अकारादिः (आगम-संबंधी-साहित्य)।