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Corrections
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युवक -प्यपैति एव चुम्बन्त्यनिमिषाक्षं जिणिद -उम्मत्ता सहावं श्रीसहोदर कलम-कूर प्राम-मुख्यो
रोदधं मे शिखी तिथिवारी धोरेण वृक्षा । तेऽपि द्रुमा अवियारिय चंदुज्जए (?-चंदुज्जुए) श्चन्द्रोद्यते (?श्चन्द्रोद्योते) अलोलकमले आअसजट्टि व्व परिचुम्बना -दिढाअड्ढण-सुहेल्लि -DHV - Locana KP IV. 88 प्रसृता पामरो -निर्वृतिखलु -रसं खल करोति । मणो माणो 74 ताडयति Poona edition as presented रुदितं..क्षीयते श्वसितं Prakrit Verses In Vis veśvara's Alamkāra-Kaustubha
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f. n. 2
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