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८. लोगस्स सूत्र सूत्र विभाग ५८ sutra part
8. logassa sutra आइच्चेसु = सूर्यो से, अहियं = अधिक, पयासयरा = प्रकाशमान āiccesu = than the suns, ahiyam = more, payāsayarā = luminous सागर-वर-गंभीरा = श्रेष्ठ सागर स्वयंभू-रमण समुद्र से अधिक sāgara-vara-gambhira = more serene / deeper than the best / great ocean गंभीर
[svayambhuramana samudra] सागर = सागर से, वर = श्रेष्ठ, गंभीरा = गंभीर
sāgara = ocean, vara = best, gambhirā= more serene सिद्धा सिद्धिं मम दिसंतु = सिद्ध भगवंत मुझे सिद्धि (मुक्ति प्रदान | siddha siddhim mama disantu = siddha bhagavantas shall bestow me the
salvation सिद्धा = सिद्ध भगवंत, सिद्धिं = सिद्धि, मम = मुझे, दिसंतु = siddha = siddha bhagavantas, siddhim = the salvation, mama = me, प्रदान करें
disantu = shall bestow गाथार्थ :
Stanzaic meaning :लोक में प्रकाश करने वाले, धर्मतीर्थ का प्रवर्तन करने वाले, राग-द्वेषादि || will eulogize all of twenty four kevalis, the enlighteners of the universe, the के विजेता एवं त्रैलोक्य पूज्य चौबीसों केवलियों की मैं स्तुति | establishers of religious order, the conquerors and worth worshipable in three करूंगा.....
.......... १. worlds. ............. श्री ऋषभदेव, श्री अजितनाथ, श्री संभवनाथ, श्री अभिनंदन स्वामी और | I am obeisancing to srirsabhadeva, sri ajitanatha, Sri sambhavanatha, Sri श्री समतिनाथ को मैं वंदन करता है. श्री पदमप्रभ स्वामी, श्री | abhinandana svāmi and sri sumatinatha.lamobeisancing to sripadmaprabha सुपार्श्वनाथ और श्री चंद्रप्रभ जिनेश्वर को मैं वंदन करता हूँ. .... २. | svami, sri suparsvanātha and sri candraprabha jinesvara. ......................2. श्री सुविधिनाथ यानि श्री पुष्पदंत, श्री शीतलनाथ, श्री श्रेयांसनाथ, श्री | I am obeisancing to sri suvidhinatha or sri puspadanta, Sri Sitalanatha, Sri वासुपूज्य स्वामी, श्री विमलनाथ, श्री अनंतनाथ, श्री धर्मनाथ और श्री | Sreyansanatha, sri vasupujya svami, Sri vimalanatha, sri anantanatha, sri
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प्रतिक्रमण सूत्र सह विवेचन - भाग-१
Pratikramana Sutra With Explanation-Part-1
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