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sutra part
7. annattha sutra
७. अन्नत्थ सूत्र
सूत्र विभाग दिट्ठि = दृष्टि ३.एवमाइएहिं आगारेहिं = इत्यादि आगारों [अपवादों से
एवम् = इति, आइएहिं = आदि, आगारेहिं = आगारों से अभग्गो = अभंग अविराहिओ = अविराधित / अखंडित हुज्ज मे काउस्सग्गो = मेरा कायोत्सर्ग हो
हुज्ज = हो, मे = मेरा, काउस्सग्गो = कायोत्सर्ग ४.जाव = जब तक अरिहंताणं भगवंताणं = अरिहंत भगवंतों को
अरिहंताणं = अरिहंत, भगवंताणं = भगवंतों को नमुक्कारेणं न पारेमि = मैं नमस्कार करने के द्वारा नमो
अरिहंताणं कहकर] पूर्ण न करूं नमुक्कारेणं = नमस्कार करने के द्वारा, न पारेमि = पूर्ण न
करूं ५.ताव = तब तक कायं = शरीर [काया] को ठाणेणं = स्थान पूर्वक (एक स्थान में स्थिरता पूर्वक] मोणेणं = मौन पूर्वक प्रतिक्रमण सूत्र सह विवेचन - भाग - १
ditthi = eyes 3.evamaiehim agarehim = with exceptions like ___evamaiehim = like, agarehim = with exceptions abhaggo = unbroken avirāhio = not violated / complete hujja me kāussaggo = my kāyotsarga be
hujja = be, me = my, kāussaggo = kāyotsarga 4.java = as long as arihantāņam bhagavantānam = to the arihanta bhagavantas
arihantānam = to the arihanta, bhagavantānam = bhagavantas namukkārenam na pāremi = i would not complete by performing obeisance
[saying namo arihantānam namukkārenam = by performing obeisance, na = not, pāremi = complete
5.tāva = till then kāyam = to the body thanenam = at one place [with steadiness in one place] monenam = with silence
Pratikramana Sutra With Explanation - Part - 1
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