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छभ विषय
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२० वष्ठी हेवी ठा वात्सल्य २१ विष्ठी ठा भानसिष्ठसंहलप २२ विष्ठी और श्रीकृष्या छा संवाह २3 Bा हरिौगभेषी व ठी आरधना २४ दृष्या छो वरप्राप्ति और दृष्या छा वष्ठी हेवी डे सभीप
वरप्राप्ति ठा संदेश छहना २५ गसुटुभाल ठान्भाहिवार्थान २६ सोभित घ्राला पुत्री सोभा छा वार्यान २७ अरिष्टनेभि हर्शन डे लिये दृष्या छा मना २८ अरिष्टनेभि ट्रेशन लिये प्यते हुये Pा हा भार्ग में
सोभित घ्रामा पुत्री सोभाठो हेजना और गसुभात
ठी पत्नी ३प से सोभाठा वर उरना २८ गसुभात उाहीक्षाग्रह रने ठा वियार उ० गसुभास हा राग्याभिषेठ और दीक्षा ग्रहा। हरना। उ१ गसुभा ठी स्मशानमें सेरात्रिठी भाप्रतिभा उ२ सोभितघ्रामा ठा हुर्वियार 33 सोभिल घ्रामा छा गसुद्धभार ठे भस्त उपर
अंगार रजना उ४ गतसुभास ही सिद्धिपहली प्राप्ति उप छाछा मर्हत् अरिष्टनेभि के पास वन्ना रने
ठे लिये ४ाना उ६ दृष्यद्वारा ठी गर्छ वृद्ध पु३ष ठी सहायता उ७ गसुदुभा छे विषयमें कृष्णा और अरिष्टनेभि
ठा संवाद
શ્રી અન્નકૃત દશાંગ સૂત્ર