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तीसरा येडेन्द्रिय महायुग्भ शत
७१ नीललेश्यायुक्त कृतयुग्भ, कृतयुग्म जेडेन्द्रिय भुवों ऐ उत्पत्ति का नि३पए
७२ प्रयोतलेश्यायुक्त कृतयुग्भ, कृतयुग्भ जेडेन्द्रिय भवों ऐ उत्पत्ति प्रा नि३पए
५ से १२ पर्यन्त येडेन्द्रिय शत
७३ लवसिद्धि मृतयुग्भ, कृतयुग्भ खेडेन्द्रि भुवों द्वे उत्पत्ति निपा
७४ कृलेश्यावाले लवसिद्धि कृतयुग्भ, इतयुग्भ येडेन्द्रिय भवों से उत्पत्ति प्रा नि३पा
७५ नीललेश्या लवसिद्धि कृतयुग्भ, कृतयुग्भ जेडेन्द्रिय
भवों डी उत्पत्ति प्रानि३पए
७६ डायोततेश्यावाले लवसिद्धि कृतयुग्भ, नृतयुग्भ येडेन्द्रिय डी उत्पत्ति डा नि३पा
७७ जलवसिद्धिवाले यार शतों का प्रथन छत्तीसवें
शत में प्रथम द्वीन्द्रिय
छत्तीसवें शत में प्रथम द्वीन्द्रिय મહાયુગ્મ શતક કે પ્રથમ ઉદ્દેશક
७८ कृतयुग्भ, इतयुग्भ जेडेन्द्रिय भवों से उत्पत्ति डा निपा
૨ સે ગ્યારહ પર્યન્ત ઉદેશક
प्रथमसमय डृतयुग्भ, कृतयुग्भ द्वीन्द्रिय भुवों उत्पत्ति का नि३पा
२ से ४ द्वीन्द्रिय महायुग्भ शत
८० पृष्ालेश्यावाले मृतयुग्भ, मृतयुग्भ द्वीन्द्रिय भुवों उत्पत्ति का प्रथन
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શ્રી ભગવતી સૂત્ર : ૧૭
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