________________
छठा देश
१८
लेश्यावाले भवसिद्धि क्षुधाकृतयुग्भ नैरथिष्ठों उत्पात माहिला ज्थन
६७
सातवां देश
२० नीललेश्यावाले भवसिद्धि क्षुधाकृतयुग्भ नैरथिष्ठों
है उत्पात आहिला ज्थन
६८
आठवां देश
२१ डाघोतलेश्यावाले लवसिद्धिध्यार देशा ज्थन
६८
नववें से मारहवें पर्यन्त
शठों छा थन
२२ अलवसिद्धि नैरथिों में मेवं हितेश्यायुत
नैरथिों हे उपवास आहिछा ज्थन
७०
तेरहवें से सोलहवें पयन्त उशष्ठों ठान्थन
२3
शाहिलेश्यायुत सम्पष्टि नारों यार हैशष्ठों द्वारा उत्पति आहिडा ज्थन
७१
सत्तरखें से बीसवें पर्यन्त : Gटेशठों छा थन
२४
गाहियार लेश्यायुत भिथ्याद्रष्टि नारहों हे यार शिष्ठों द्वारा ज्थन
७२
१८ से २४ पर्यन्त उ यार देशा थन
२५ EPाहि लेश्यायुत प्याक्षिष्ठ नैरथिष्ठों ।
उत्पति आहिछायार देशद्वारा ज्थन
७3
२५से २८ पर्यन्त डेयार शडों छा ज्थन
२६
याहि यार लेश्यायुत्ठ शुलापाक्षित क्षुधा कृतयुग्म नैरथिों हा यार शठ से ज्थन
७३
શ્રી ભગવતી સૂત્ર : ૧૭