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अनु.
श्री भगवतीसूत्र लाग १4 डी
विषयानुप्रभशिडा
विषय
योवीसवें शत डा जारहवां शा
१ पृथ्वी डायिऽ भुवों के उत्पत्ति डा नि३पाएा
२
अच्छायिङ में पृथ्वीप्रायिङ भुव डी उत्पत्ति प्रानिपा 3 द्रीनिद्रय से लेडर यतुरिन्द्रिय पर्यन्त पृथ्वीडाय भुवों डी उत्पति प्रा निपा
१०
४ पश्चेन्द्रियतिर्यग्योनि भुवों से उत्पति प्रा नि३पा 4 मनुष्यों से आडर पृथ्वीडाथ में उत्यति डा नि३पा ६ नागभारों से आएर पृथ्वीप्रायिो में उत्पति प्रा नि३पा
तेरहवां शा
શ્રી ભગવતી સૂત્ર : ૧૫
७ अण्डाय में पृथ्वीडायाहि भुवों डी उत्पति प्रा नि३पा
यौवां शा
८ ते साय में पृथिवीप्रायाहि भवों डी उत्पति प्रा नि३पा पन्द्रहवां शा
← वायुप्रायमें पृथ्वीप्रायाहि भुवों प्री उत्पति प्रा निपा
सोलहवां शा
वनस्पतिप्राय डे भुवों प्री उत्पति प्रा नि३पए
सत्रहवां शा
११ द्रीन्द्रिय भुवों के उत्पति आहि प्रा नि३पा
पाना नं.
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