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८० रत्नप्रभा पृथिवी नरछावासमें स्थित नारावों में
शरीरसंहनन (असिथस्यना) हा नि३पारा ८१ रत्नप्रभामें स्थित नारऽशवोंडी लेश्याठा नि३पारा ८२ रत्नप्रभामें स्थित नारवोंठे द्रष्टिद्वारा नि३पारा ८3 रत्नप्रभाभे स्थित नारवोंठे ज्ञानद्वारा नि३परा ८४ रत्नप्रभालेश्यामें योगद्वारा नि३पारा ८५ रत्नप्रभालेश्यामें उपयोग द्वारा निपारा ८६ शराहिशेषपृथिवीडी लेश्याठा वर्शन ८७ असुराभाराहि स्थितिस्थानठा नि३पारा ८८ पृथिवीडाथिहाहि मेडेन्द्रिय छवोंडे स्थितिस्थान
आठिा नि३पारा ८८ द्वीन्द्रियसे यतुरिन्द्रि तळे शवोंठे स्थितिस्थान
माहिछा नि३पारा १०० पश्येन्द्रिय तिर्यज्योनिछावोंडे स्थितिस्थान
माहिला वर्शन १०१ मनुष्योंठे स्थितिस्थान आहिछा वर्शन १०२ वानव्यन्तर आहिछोंडे स्थितिस्थान आहिला वर्शन
ર૭૪ ર૭૬ ર૭૭ ર૭૮ ૨૭૯ ૨૮૦ २८० ૨૮૨
૨૮૪
૨૮૮
૨૯૦ ૨૯૨
૨૯૩
विषयानुभशिष्ठा सभात ।
શ્રી ભગવતી સૂત્ર : ૧