SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 358
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ नास्ति प्रवाई पूनी ढा२ १२तुमे छ. (दस चूलिया वत्थू पण्णत्ता) दश चूलिका वस्तूनि प्रज्ञप्तानि-मने इस यूवा वन्तु। छे. (नाणप्पवायस्स णं पुवस्स बारसवत्थू पण्णत्ता) ज्ञानप्रवादस्य खलु पूर्वस्य द्वादशवरतूनिप्रज्ञप्तानि-ज्ञानप्रवाह पूर्वनी मा२ वस्तु छे. (सच्चप्पवायस्स णं पुवस्स दो वत्थू पण्णत्ता) सत्यप्रवादस्य खलु पूर्वस्य द्वे वस्तूनि प्रज्ञप्ते-सत्यप्रवाह पूनी मे तुमेछ. (आयप्पवायस्स णं पुवस्स सोलसवत्थूपण्णत्ता) आत्मपवादस्य खलु पूर्वस्य पोडशवस्तृनि प्रज्ञप्तानि-भप्रवाहपूनी सण वस्तु। छे. (कम्मप्पवायस्स णं पुवस्स तीसं वत्थू पण्णत्ता) कर्मप्रवादस्य स्खलु पूर्वस्य त्रिंशत् वस्तूनि प्रज्ञप्तानि-प्रवाह धूप नी त्रीस पस्तुम छ, (पञ्चक्खाणस्स णं पुवस्स वीसं वत्थू पण्णत्ता) प्रत्याख्यानस्य खलु पूर्वस्य विंशति वस्तूनि प्रज्ञप्तानि-प्रत्य ध्यानप्रवाह पूर्व नी वीस १२तुमा छे. (अबंझस्स णं पुव्वस बारस वत्थू पप्णत्ता) अबन्ध्यस्य खलु पूर्वस्य द्वादश वस्तूनि प्रज्ञप्तानि-ममय प्रवाह पूनी मा२ वस्तु। छे. (पाणाउस्स णं पुवस्स तेरस वत्थू पण्णत्ता) प्राणायुषः खलु पूर्वस्य त्रयोदश वस्तूनि प्रज्ञप्तानि-प्राणायुप्रवाह पूर्व नी तेर १स्तुमा छे. (किरिया विसालस्स णं पुवस्स तीसं वत्थू पण्णत्ता) क्रियावि શ્રી સમવાયાંગ સૂત્ર ૩૫૧
SR No.006414
Book TitleAgam 04 Ang 04 Samvayang Sutra Sthanakvasi Gujarati
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1962
Total Pages514
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati, Agam, Canon, & agam_samvayang
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy