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________________ अनु. विषय पाना नं. ૧૬૦ ૧૬૧ ૧૬૧ ૧૬૨ ૧૬૨ ૧૬૪ ૧૬૪ ૧૬૫ ૧૬૬ १६७ ૧૬૮ ૧૬૮ ૧૬૯ (२) भृषावाद (3) महत्ताधान ૧૬૦ (४) भैथुन ૧૬૧ (4) परिग्रह (६-१८) छोध से भिथ्याEर्शनशत्यता छति न्यिावाहि प्रज्ञा १६२ छठा सूत्र (र्भसभारम्स) सूत्र सप्तभ (अपरिज्ञात शव) सूत्र अष्टभ (शव छा योनिसंधान) योनिभेट (८) योरासी लाज योनियाँ सूत्र नवभ (परिज्ञा) सूत्र शभ (र्भसभारम्स) सूत्र भेडाहश (उपसंहार) सूत्र द्वादश (उपसंहार) प्रथम अध्ययन हे प्रथभ हैशष्ठी सभाप्ति दूसरे शठा उपभ व डे विशिष्ट ज्ञान डेमभावहा कारा पृथिवीडाय ही हिंसाभे तहाश्रित शवों छी हिंसा पृथिवीडाय तक्षा पृथिवीडाय प्र३पाशा पृथिवीडाय छवपरिशाभ पृथिवीडाय वधद्वार - शस्त्रद्वार पृथिवीडाय हा उपभोग पृथिवीडाय सभारमल प्रयोन पृथिवीडाय सभारम्ल इस ६ष्टान्त द्वारा पृथिवीछव सिद्धि पृथिवीडाय सभारम्भ निवृति उपसंहार - Gदेश सभाप्ति तृतीय उद्देश उपभ और ६ष्टान्त मनगार तक्षा ૧૬૯ १७० ૧૭૧ ૧૭૨ ૧૭૬ १७७ १७८ ૧૭૯ १८० ૧૮૧ ૧૮૨ ૧૮૨ १८७ १८७ ૧૮૮ १८८ શ્રી આચારાંગ સૂત્ર : ૧
SR No.006401
Book TitleAgam 01 Ang 01 Aacharang Sutra Part 01 Sthanakvasi Gujarati
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1958
Total Pages299
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati, Agam, Canon, & agam_acharang
File Size12 MB
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