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प्रमैयबोधिनी टीका पद १७ सू० १० नैरयिकादि सलेश्याल्प बहुत्वनिरूपणम् ९९ लेश्या गर्मव्यु-क्रान्तिक पञ्चेन्द्रिय तिर्यम्योनिकाः संख्येयगुणाः, पद्मलेश्या स्तिर्यग्योनिक्यः संख्येयगुणाः, तेजोलेश्या गर्भव्युत्क्रान्तिकपश्चेन्द्रियतिर्यग्योनिकाः संख्येयगुणाः, तेजो. लेश्यास्तियग्पोनिकाः संख्येयगुणाः, कापोतलेश्याः संख्पेयगुणाः, नीलले श्या विशेषाधिकाः, कृष्णलेश्या विशेषाधिका:, कृष्ण लेश्याः समृच्छिमपञ्चन्द्रियतिर्यग्योनिकाः संख्येयगुणाः, नीललेश्या विशेषाधिकाः, कृष्ण लेश्या विशेषाधिकाः, एतेषां खलु भदन्त ! पञ्चे. लेस्साओ तिरिक्खजोणिणीओ संखेजगुणाओ) शुक्ललेश्यावाली तिर्यचनी संख्यातगुणी हैं (पम्हलेस्सा गम्भवकंतियपंचेदियतिरिक्खजीणिया) पद्मलेश्या वाले गर्भजपंचेन्द्रिय तिथंच (संखेज्जगुणा) संख्यातगुणा हैं (पम्हलेस्साओ तिरिक्खजोणिणीओ संखेज्जगुणाओ) पालेश्यावाली तिर्यचस्त्रियां संख्यातगुणी हैं (तेउलेस्सा गम्भवक्कंतियपंचेंदियतिरिक्खजोणिया) तेजोलेश्यावाले गर्भजपंचेन्द्रियतिर्यंच (संखेज्जगुणा) संख्यातगुणा हैं (तेउलेस्साओतिरिक्खजोणिणीओ संखेजगुणाओ) तेजोलेश्यावाली तिचिनी संख्यातगुणी हैं (काउलेस्सा संखेज गुणा) कापोतलेश्यावाली संख्यातगुणा हैं (नीललेस्ला विसेसाहिया) नीललेश्यावाले विशेषाधिक हैं। (कण्हलेस्सा विसेसाहिया) कृष्णलेश्यावाले विशेषाधिक हैं (काउलेस्साओ संखेज्जगुणाओ) कापोतलेश्यावाली संख्यातगुणी हैं (नील. लेस्साओ विसेसाहियाओ) नीललेश्था वाली विशेषाधिक हैं (कण्हलेस्साओ विसे साहियाओ) कृष्णलेश्यावाली विशेषाधिक हैं। (कण्हलेस्सा संमुच्छिमपंचेदियतिरिक्ख जोणिया असंखेज्जगुणा) कृष्णलेश्यावाले संमूछिमपंचेंन्द्रियतिर्यंच असंख्यातगुणे हैं (नीललेस्सा विसेसाहिया) नीललेश्या वाले विशेषाधिक हैं साडी गम पयन्द्रिय तिययानि शुसवेश्यावाणा हय छ (सुक्कलेस्साओ तिरिक्ख. जोगिणीनो सखेज्जगुणाओ) शुसवेश्यावाणी तिय यानी सभ्यात छ (पम्हलेस्सा गम्भवतिथपंचिंदियतिरिक्खजोणिया) ५वेश्यावा ४ पायेन्द्रिय तिय य (संखेज्जगुणा) सध्यातछे (पम्हलेसाओ तिरिक्खजोणिणीओ संखेज्जगुणाओ) पालेश्यावाणी तिय नियो सभ्यात छे (तेउलेस्सा गब्भवक्कतियपंचे दियतिरिक्खजोणिया) तन्ने सेश्यावा I ५येन्द्रिय तियय (संखेज्जगुणा) सध्यातगुणा छ (तेउलेस्साओ तिरिक्ख नोणिणीओ सखेज्जगुणाओ) तसेश्यावी तय"यनी सध्याती छे. (काउलेस्सा सं खेज्जगुणा) आपातसेश्या यातमा छ (नीललेस्सा विसेसाहियाओ) नासवेश्या विशेषाधि छ (कण्हलेला विसेसाहिया) वेश्यावा विशेषाधि४ छ (काउलेस्साओ संखेज्जगुणा) पोतसेश्यावाणी सती छे (नीललेस्साओ विसेसाहिया) नासोश्यावाणी विशेषाधि छे (कण्हलेस्साओ विसेसाहियाओ) पृश्यापाजी विशेषाधि४ छ (कण्हलेस्सा समुच्छिमपंचेदियतिरिक्ख जोणिया असंखेज्जगुणा) वेश्यावा सभूमि पयन्द्रिय तिपय अध्यात छ. (नीललेस्सा विसेसादिया) नया विशेषाथि छे (कण्ह
श्री. प्रशान। सूत्र:४