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दूसरा कृष्णलेश्व संज्ञिपश्ञ्चेन्द्रिय महायुग्म शतक कृष्णलेवावाले कृतयुग्मकृतयुग्म संज्ञिपञ्चेन्द्रिय आदि के उत्पत्ति का कथन
प्रथमसमय कृतयुग्मकृतयुग्भ संज्ञिपवेन्द्रियों के उत्पत्ति का कथन
अप्रथमसमय से लेकर चरमाचरम पर्यन्त के उद्देशकों का कथन
तीसरा संमिहायुग्म शतक
नीलश्यायुक्त कृतयुग्ग कृतयुग्म संज्ञिपञ्चेन्द्रिय जीवों के उत्पत्ति का कथन
चतुर्थ संज्ञिमहायुग्म शत कापोतले श्यावाले कृतयुग्न युग्मसंज्ञिपञ्चेन्द्रिय जीवों के उत्पत्ति का कथन
पांचवां महायुग्म शत तेजोलेश्यावाले कृतयुग्म संशिपञ्चेन्द्रिय जीवों के उत्पत्ति का कथन
छट्ठा महायुग्म शत
पद्मलेश्यावाले कृतयुग्मकृतयुग्म संज्ञिपञ्चेन्द्रिय जीवों के उत्पत्ति का कथन
सातवां संज्ञिमहायुग्म शत
शुक्ललेश्यावाले कृतयुग्मकृतयुग्म संज्ञिपञ्चेन्द्रिय
जीवों के उत्पत्ति का कथन आठवां संविमहायुग्म शत
भवसिद्धिक कृतयुग्मकृतयुग्म संज्ञिपञ्चेन्द्रिय
जीवों के उत्पत्ति का कथन नववा संज्ञिमहायुग्म शत
कृष्णश्यावाले भवसिद्धिक कृतयुग्मकृतयुग्म संज्ञिपञ्चेन्द्रिय जीवों के उत्पत्ति का कथन
શ્રી ભગવતી સૂત્ર : ૧૭
६४४-६४९
६५०-६५३
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६५४-६५६
६५७-६५९
६६०-६६१
६६२-६६५
६६६-६६८
६६९-६७१
६७१-६७२