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उन्नीसवां उद्देशा चौइन्द्रिय जीवों के उत्पात आदि का निरूपण २०७-२११
वीसवां उद्देशा पञ्चेन्द्रिय तिर्यग्योनिक जीवों के उत्पत्ति
आदि का निरूपण २१२-२२९ पञ्चेन्द्रियतिर्यग्योनिकों में उत्पन्न होनेवाले रत्नप्रभा
पृथिवी के नारकों का उत्पाद आदि का निरूपण २३०-२४४ तिर्यग्योनिकों में से आकर पञ्चन्द्रियतिर्यग्योनिकों में
उत्पन्न होनेवाले जीवों के उत्पाद आदि का निरूपण २४५-२७९ संज्ञि पश्चेन्द्रिय तिर्यग्योनिकों से पञ्चेन्द्रिय
तिर्यग्योनिकों के उत्पत्ति का निरूपण २८०-२९७ मनुष्यों से आकर पञ्चेन्द्रियतिर्यचों में
उत्पत्ति का निरूपण २९८-३२१ देवगति से आकर पञ्चन्द्रियतिर्यग्योनिको में
उत्पत्ति का निरूपण ३२२-३४६ ___ इक्कीसवां उद्देशा मनुष्यों के उत्पत्ति का निरूपण
३४७-३८० आनतादि देवों से आकर मनुष्यगति में
___ उत्पत्ति आदि का निरूपण ३८१-४१२
बाईसवां उद्देशा वानव्यन्तरों की उत्पत्ति आदि का कथन
४१३-४२७ तेईसवा उद्देशा ज्योतिष्क देवों में उत्पन्न होनेवाले
जीवों का निरूपण ४२८-४५७ चोवीसवां उद्देशा सौधर्मदेवों की उत्पत्ति का निरूपण
४५८-४८५ सनत्कुमार देवों की उत्पत्ति का निरूपण ४८६-५१९
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શ્રી ભગવતી સૂત્ર : ૧૫