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________________ ५ श्री भगवतीसूत्र भाग १२ वें की विषयानुक्रमणिका अनुक्रमांक विषय पृष्ठांक सोलहवें शतक का पहला उद्देशा १ सोलहवें शतककी अवतरणिका २ सोलहवें शतकको उद्देशार्थ संग्रहिणी गाथा का निरूपण २-४ ३ अधिकरणी नामके प्रथम उद्देशेका निरूपण ४ लोहके दृष्टांत द्वारा पांच क्रियावत्वका निरूपण १०-१७ ५ अधिकरण और अधिकरणी का निरूपण १८-२१ ६ जीव आदिके अधिकरण आदिका निरूपण ३१-४३ दूसरा उद्देशा७ जीवौके जरा शोक प्रादिका निरूपण ४४-६८ ८ मुखवस्त्रिका बांधना चाहिये इस विषय का निरूपण ६९-७७ ९ कर्म के स्वरूपका निरूपण ७८-८५ तीसरा उद्देशा१० कर्मप्रकृतिका निरूपण ११ क्रियाविशेष का निरूपण ९५-१०१ चतुर्थ उद्देशक - १२ कर्मक्षपणका निरूपण १०२-१२६ पांचवां उद्देशा-- १३ देवों के आगमन आदि शक्तिका निरूपण १२७-१३५ १४ शक्रेन्द्र के विषयमें प्रश्नोत्तर १३६-१५० १५ गंगदत्त देवका आगमन आदिका निरूपण १५१-१६० १६ गंगदत्त देवके पूर्वभव के विषयमें प्रश्नोत्तर १६१-१८८ __ छट्ठा उद्देशा१७ स्वम के स्वरूपका निरूपण १८९-२०० १८ स्वमके यथार्थ और अयथार्थपने का निरूपण २०१-२१३ શ્રી ભગવતી સૂત્ર : ૧૨
SR No.006326
Book TitleAgam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 12 Sthanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1968
Total Pages710
LanguageSanskrit, Hindi, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size41 MB
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