SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 35
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ २४ भगवतीस एगे पंकप्पभाए, एगे धूमप्पभाए, एगे तमाए होज्जा ३२, अहवा एगे पंकप्पभाए, एगे धूमप्पभाए, एगे अहे सत्तमाए होज्जा ३३, अहवा एगे पंकप्पभाए, एगे तमाए, एगे अहे सत्तमाए होज्जा ३४, अहवा एगे धूमप्पभाए, एगे तमाए, एगे अहे सत्तमाए होज्जा ३५। चत्तारि भंते ! नेरइया नेरइय पवेसण एणं पविसमाणा किं रयणप्पभाए होज्जा ! पुच्छा, गंगेया ? रयणप्पभाए वा होज्जा, जाव अहे सत्तमाए वा होजा, अहवा एगे रयणप्पभाए तिन्नि सक्करप्पभाए होजा, अहवा एगे रयणप्पभाए, तिन्नि वालुयप्पभाए होजा, एवं जाव अहवा एगे रयणप्पभाए तिन्नि अहे सत्तमाए होजा ६ अहवा दोरय भाए, दोसक्करप्रभाए होजा एवं जाव अहवा दोरयणप्पभाए, दो अहे सत्तमाए होजा १२, अहवा तिन्निरयणप्पभाए, एगे सक्करपभाए होजा ? एवं जाव अहवा तिन्निरयणप्प - भाए, एगे अहे सत्तमाए होज्जा१८, अहवा एगे सक्करप्पभाए तिन्नि वालुयप्पभाए होज्जा, एवं जहेव रयणप्पभाए उवरिमाहिं समं चरियं तहा सक्करप्पभाए वि उवरिमांहिं समं चरिवं५, एवं एक्क्काए समं चारियव्वं जाव, अहवा, तिन्नि तमाए एगे अहे सत्तमाए होज्जा ?, २२-६-३-६३, अहवा रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए, दो वालुयप्पभाए होज्जा, अहवा एगे रथप्पभाए, सक्करप्पभाए, दो पंकप्पभाए होज्जा एवं जाव एगे શ્રી ભગવતી સૂત્ર : ૮
SR No.006322
Book TitleAgam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 08 Sthanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1965
Total Pages685
LanguageSanskrit, Hindi, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size40 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy