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६५८-६६०
६६०-६६४
अनुक्रम अंक ६२ हाथी और कुंथु-के जीवकी समानताका वर्णन ६३ आषाकर्म दोषसे दूषित आहार करनेवाले साधुके कर्मबंधका निरूपण
नववां उद्देश ६४ नववे उद्देशेका संक्षिप्त विषय विवरण ६५ प्रमत्त साधुका निरूपण ६६ महाशिलाकण्टक संग्रामका निरूपण ६७ स्थमुसल संग्रामका निरूपण ६८ वरुण नागनप्तृक का वर्णन
दशवां उद्देश ६९ दशवे उद्देशेका संक्षेपसे विषय विवरण ७० धर्मास्तिकायादिकों का वर्णन ७१ कालोदायिके प्रबोधित होनेका वर्णन ७२ शुभाशुभ कर्मके फलका निरूपण ७३ अग्न्यारम्भकपुरुषद्वयके क्रियाका वर्णन ७४ पुद्गलप्रकाश आदिके हेतुका निरूपण
६६५-६६६ ६६७-६७९ ६८०-७०७ ७०८-७२३ ७२४-७७७
७७८-७७९ ७८०-७९८ ७९९-८१२ ८१३-८२९ ८३०-८४० ८४१-८४८
॥ समाप्त ॥
શ્રી ભગવતી સૂત્ર : ૫