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________________ २७ अधर्म प्रतिमा एकत्वका निरूपण धर्म प्रतिमाके एकत्वका निरूपण मन एकत्वका निरूपण वचनके एकत्वका निरूपण २८ २९ ३० ३१ ३२ ३३ ३४ ३५ ३६ ३७ ३८ ३९ ४० ४१ ४२ ४३ ४४ ४५ ४६ ४७ ४८ ४९ ५० ५१ ५२ काय व्यायामके एकत्वका निरूपण कायव्यायाम के भेदोंका निरूपण ज्ञानादिके एकल्बका निरूपण समय के एकत्वका निरूपण प्रदेश आदिके एकत्वका निरूपण सिद्धि आदिके एकत्वका निरूपण शब्द आदिके एकत्वका निरूपण प्राणातिपात आदिके एकत्वका निरूपण प्राणातिपात विरमण आदिके एकत्वका निरूपण अवसर्पिणी आदिके एकत्वका निरूपण नैरयिक आदिके वर्गणाका निरूपण जंबूद्वीपादिके एकत्वका निरूपण अनुत्तरोषपात आदि विमानवासी देवोंके शरीर के प्रमाणका निरूपण एकप्रदेशावगाढ पुद्गलोंका निरूपण दूसरे स्थानका पहला उद्देशक जीव- अजीव आदिके द्वित्वका निरूपण क्रिया आदिके द्वित्वका निरूपण के द्वित्वका निरूपण भाव गहमें प्रसन्नचन्द्रराजर्षिका द्रष्टान्त द्रव्यगह में अङ्गारमर्दकाचार्यका द्रष्टांत प्रत्याख्यानकी द्विविधताका निरूपण द्रव्यप्रत्याख्यानमें राजपुत्रीका द्रष्टांत प्रत्याख्यान ज्ञानक्रिया पूर्वक करने पर मोक्ष साधक होनेका निरूपण શ્રી સ્થાનાંગ સૂત્ર : ૦૧ १०३-१०४ १०५ १०६-१०८ १०९-११० १११-११४ ११५-११६ ११७-१२२ १२३ १२४-१२५ १२६-१३० १३१-१३८ १३९ - १४५ १४६-१४७ १४८-१५२ १५३-१९२ १९३-१९६ १९७-१९८ १९९ २०० - २०८ २०९-२३० २३१-२३२ २३३-२४३ २४४ - २४८ २४९-२५० २५१-२५३ २५४-२६६
SR No.006309
Book TitleAgam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Part 01 Sthanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1964
Total Pages710
LanguageSanskrit, Hindi, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_sthanang
File Size42 MB
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