________________
अगर चन्दन सुं राजा गार गलावो तो,
मोतीडासुं चोक पुरावियोजी ॥१४॥ चारों ही दिशा में राजा तणीएबंधावो तो,
ऊपर रालो बाला चून्दडीजी ॥ १५ ॥ हाथां रे पां रे राणी रे मेहन्दी दिरावो तो,
चूडले ओ चोल मजीठजी ॥१६॥ रतन जड़तरो राजा बाजोटियो ढलावो तो,
कुंभ कलश आगे धरियोजी ॥१७॥ अणियो तो गुणियो राजा पंडित बुलावो तो,
नाम दिरावो वर्धमान रो जो ॥१८॥ केसर कुंकरा रानी रे तिलक कडावो तो,
नेणा ओ काजल गुलरह्योजी ॥१९॥ ओढ़ पहरने रानी बाजोटिये विराजिया तो, पूत तीर्थकर रानी खोले लिया जी ॥
मनरा मनोरप्र रानी पूरियाजी ॥२०॥ सिद्धारथ राजा तो दशोटन कीधा तो ॥
frefer है न्याती गोत्री, परिवारनेजी ॥ २१ ॥ खाजा ने लाडू तो सरस जलेबी तो,
घेवरिया छंटाया चीनी खांडसारी ॥२२॥ सिद्धारथ राजा तो मूछणियां दिराया तो,
लूंग सुपारी ओ डोडा एकचीजों ॥२३॥
39