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________________ अनुक्रमणिका क्र. सं. . विषय मंगलाचरण आचार्य ज्ञानसागरजी व्यक्तित्व एवं कृतित्व नय निरूपण निश्चय-व्यवहार नय परिभाषायें निश्चय-व्यवहार निश्चय नय व्यवहार नय आचार्यश्री की नय योजना नय-स्वरूप वर्णन नय-प्रयोग कौशल विवेकोदय शुद्धाशुद्धत्व निश्चय-व्यवहार सम्यक्त्व व्यवहार-निश्चय मोक्षमार्ग जयोदय महाकाव्य व्युत्पत्ति-चमत्कार अनेकान्त सिद्धी सरस्वती मूर्ति से अनुयोग सिद्धि वीरोदय महाकाव्य सप्तभंगी नय प्रवंचनसार सराग वीतराग चारित्र आत्मानुभव का सद्भाव पाप-पुण्य, शुभ-अशुभ-शुद्ध. उपयोग सम्यक्त्वसार शतक
SR No.006273
Book TitleNay Nirupan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivcharanlal Jain
PublisherGyansagar Vagarth Vimarsh Kendra Byavar
Publication Year
Total Pages106
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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