________________
(४) से मनुष्य सदा स्वस्थ, नीरोग, और सदाचारी रह सकता है।
__ आज की वैज्ञानिक खोजों ने आहार का सीधा प्रभाव आरोग्य पर मानते हुए यह सिद्ध किया है कि मांस, अंडे, मद्य का सेवन तथा अधिक मात्रा में घी, दूध, तेल, चाय, मिर्च-मसाला आदि का अविवेक युक्त उपयोग मनुष्य को अनेक रोगों का शिकार बनाकर जीवन जीने के लिए असमर्थ-अपाहिज तक बना देता है।
आज जैसे-जैसे मांस, अंडे, मद्यं आदि का सेवन बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे अनेक प्राणघातक बीमारियों से ग्रस्त होता मनुष्य अकाल में ही मृत्यु के मुंह में जा रहा है । यह जानते हुए भी कि ये सब पदार्थ उसके लिए न केवल जहर हैं, बल्कि उसकी मानवीय चेतना के लिए भी घातक हैं, वह स्वाद या फैशन, अज्ञान या देखादेखी वश इनका उपयोग करता हुआ आत्मघात की ओर बढ़ रहा है।