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14...सज्जन तप प्रवेशिका दत्ति भोजन की और दो दत्ति पानी की ग्रहण करते हैं, इसी भाँति क्रमश: एक- . एक की वृद्धि करते हुए तृतीय सप्ताह में तीन-तीन, चौथे सप्ताह में चार-चार, पांचवें सप्ताह में पाँच-पाँच, छठे सप्ताह में छह-छह और सातवें सप्ताह में सात-सात दत्तियाँ अन्न-पानी की ग्रहण की जाती हैं।
इस प्रकार सप्तसप्तमिका भिक्षु प्रतिमा में उनचास (49) दिन लगते हैं तथा दत्तियों की संख्या 196 होती है।
इसका यन्त्र निम्नोक्त है
दत्ति संख्या
कुल
दिन
1 | 1 | 1 | 1 |1| 1 |1|7 2 | 2 | 2 | 2 | 2 | 2 2 14
| 3 | 3 | 3 | 3 321
| 4 | 4 | 4 |4|28 5 | 5 |5| 5 5 5 5
7
।
7 |7|7 |7 | 7 |7
तप दिन 49, दत्तियाँ 196
3. अष्टअष्टमिका भिक्षु प्रतिमा तप
यह प्रतिमा पूर्ववत सप्तसप्तमिका नामक भिक्षु प्रतिमा की तरह ही वहन की जाती है। विशेष इतना है कि इस प्रतिमा की आराधना आठ अष्टकों में होती है।
विधि- अन्तकृत्दशासूत्र (2/5,18) के अनुसार यह प्रतिमा श्रेणिक राजा की रानी आर्या सुकृष्णा ने धारण की थी। इस प्रतिमा में पहले आठ दिनों में एक दत्ति भोजन की और एक दत्ति पानी की ग्रहण करते हैं। दूसरे अष्टक में अन्न