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परिशिष्ट-II...269
खमासमण के पद 1. परमार्थ संस्तव रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 2. परमार्थ ज्ञातृ सेवन रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 3. कुलिंग दर्शन वर्जन रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 4. कुदर्शन वर्जन रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 5. शुश्रूषा रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 6. धर्मानुराग रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 7. वैयावृत्य रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 8. श्री अर्हद् भक्ति विनय रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 9. श्री सिद्ध विनय रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 10. चैत्य विनय रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 11. श्रुत विनय रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 12. धर्म विनय रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 13. साधु विनय रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 14. श्री आचार्य विनय रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 15. श्री उपाध्याय विनय रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 16. प्रवचन विनय रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 17. दर्शन विनय रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 18. संसारे जिन सारमिति चिंतन रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 19. संसारे जिन मत सारमिति चिंतन रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 20. संसारे जिनमतस्थित साध्वादि सारमिति रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 21. शंका दूषण रहिताय रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 22. कांक्षा दूषण रहिताय रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 23. विचिकित्सा दूषण रहिताय रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 24. कुदृष्टि प्रशंसा दूषण रहिताय रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 25. तत्परिचय प्रभावक रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 26. प्रवचन प्रभावक रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 27. धर्म कथा प्रभावक रूप सम्यग्दर्शनाय नमः 28. वादी प्रभावक रूप सम्यग्दर्शनाय नमः