________________
उपसंहार ...135 मानसिक रोगोपचार की मुद्राएँ क्रोध, पागलपन, घृणा, आसक्ति, (Over Confidence) अनियंत्रण, अहंकार- पूर्णज्ञान मुद्रा, पृथ्वी मुद्रा, वरुण मुद्रा, आदिति मुद्रा, अनुशासन मुद्रा, आशीर्वाद मुद्रा, सुरभि मुद्रा, पृथ्वी सुरभि मुद्रा, प्राण मुद्रा।
नशे की लत, भावात्मक अस्थिरता, अविश्वास, अकेलापन- ज्ञान ध्यान मुद्रा, अभय ज्ञान मुद्रा,बोधिसत्त्व ज्ञान मुद्रा, वायु मुद्रा, शून्य मुद्रा, समन्वय मुद्रा, आदिति मुद्रा, जलोदर नाशक मुद्रा, पंकज मुद्रा, लिंग मुद्रा, किडनी मूत्राशय मुद्रा, प्रज्वलिनी मुद्रा, अनुशासन मुद्रा, सुरभि मुद्रा, जल सुरभि मुद्रा, प्राण मुद्रा, कामजय मुद्रा।
एकाग्रता की कमी, अविश्वास, अखुशहाल जीवन, लालच, स्वाभिमान की कमी- ज्ञान-ध्यान मुद्रा, अभयज्ञान मुद्रा, बोधिसत्त्वज्ञान मुद्रा, शून्य मुद्रा, पृथ्वी मुद्रा, सूर्य मुद्रा, समन्वय मुद्रा, हंसी मुद्रा-2, जलोदर नाशक मुद्रा, शंख मुद्रा, पंकज मुद्रा, हार्ट मुद्रा, आशीर्वाद मुद्रा, सुरभि मुद्रा, जल सुरभि मुद्रा, पृथ्वी सुरभि मुद्रा, वायु सुरभि मुद्रा, अपान मुद्रा। ___ गाली देना, चिल्लाना, बेहोशी, अनुत्साह, निर्ममता, आत्म सम्मान की कमी, प्रेम-स्नेह की कमी- ज्ञान मुद्रा, ज्ञान ध्यान मुद्रा, अभयज्ञान मुद्रा, पूर्णज्ञान मुद्रा, वायु मुद्रा, वरुण मुद्रा, हंसी मुद्रा-2, सहज शंख मुद्रा, लिंग मुद्रा, बंधक मुद्रा, प्रज्वलिनी मुद्रा, हार्ट मुद्रा, सुरभि मुद्रा, शून्य सुरभि मुद्रा, वायु सुरभि मुद्रा, प्राण मुद्रा, अपान मुद्रा, व्यान मुद्रा। . . भावनाओं में रूकावट, आन्तरिक चिन्ता, अनुशासनहीनता, आत्महीनता, घबराहट, निष्क्रियता, भाषा सम्बन्धी समस्याएँ- तत्त्वज्ञान मुद्रा, आकाश मुद्रा, हंसी मुद्रा-1, मृगी मुद्रा, शंख मुद्रा, सहजशंख मुद्रा, पुस्तक मुद्रा, हार्ट मुद्रा, शून्य सुरभि मुद्रा, व्यान मुद्रा, वयन मुद्रा।
उन्मत्तता, मृत्युभय, आनंद की कमी, अनुत्साह, अखुशहाल जीवनज्ञान वैराग्य मुद्रा, तत्त्वज्ञान मुद्रा, आकाश मुद्रा, हंसी मुद्रा, मृगी मुद्रा, सुरभि मुद्रा।