________________
372... बौद्ध परम्परा में प्रचलित मुद्राओं का रहस्यात्मक परिशीलन 53. कै-मोन्-इन् मुद्रा
गर्भधातुमण्डल-वज्रधातुमण्डल आदि धार्मिक क्रियाओं से सम्बन्धित यह मुद्रा मण्डल (यन्त्र) का दरवाजा खोलने की सूचक है। इसमें दोनों हाथों में समान मुद्रा इस प्रकार की जाती हैविधि
हथेलियों को मध्यभाग में बाहर की ओर रखें, पश्चात मध्यमा और अनामिका को हथेलियों में मोड़कर अंगूठों को उनके ऊपर झुकायें, तर्जनी को फैलाकर एकदूसरे के अग्रभागों का स्पर्श करवायें तथा कनिष्ठिका को ऊपरी दो जोड़ों से झुकाते हुए एक-दूसरे में अटका देने पर 'कै-मोन्-इन्' मुद्रा बनती है।64
के-मोन-इन मुद्रा सुपरिणाम
• यह मुद्रा स्वाधिष्ठान एवं विशुद्धि चक्र को प्रभावित करती है। इससे साधक कांतिवान, तेजस्वी, उदार एवं निर्मल बनता है। वाणी प्रखर एवं व्यक्ति प्रभावी बनता है। • जल एवं वायु तत्त्व को नियंत्रित करने में यह मद्रा विशेष उपयोगी है। यह स्मरण शक्ति की नजाकत एवं क्षमता का पोषण करती है तथा मल-मूत्र, रक्त, हृदय, श्वसन आदि की समस्याओं को नियंत्रित रखती है।