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222... बौद्ध परम्परा में प्रचलित मुद्राओं का रहस्यात्मक परिशीलन 38. हौयूजि-टेम्बौरिन्-इन् मुद्रा
यह मुद्रा पूर्ववत जापान की बौद्ध परम्परा में विख्यात है। यह संयुक्त मुद्रा छाती के स्तर पर धारण की जाती है। अनुसंधानकर्ताओं ने इसे धर्म के प्रचार और धर्म चक्र के घुमने की सूचक कहा है।
तौजि-हेम्बोरिन्-इन् मुद्रा
विधि
दायी हथेली आगे की तरफ, अंगूठा और तर्जनी का अग्रभाग स्पर्श करता हुआ, शेष तीन अंगुलियाँ ऊपर की ओर रहें। बायीं हथेली ऊपर की तरफ एवं हल्की सी मध्यभाग की तरफ झुकी हुई, मध्यमा और अंगूठे के अग्रभाग आपस में स्पर्श करते हुए, शेष तीन अंगुलियाँ ऊपर तरफ एवं हल्की सी झुकी रहें। बायां हाथ दायें हाथ से थोड़ा नीचे रहता है। इस प्रकार ‘हौयूजि-टेम्बौरिन्-इन्' मुद्रा बनती है।42