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पूजोपासना आदि में प्रचलित मुद्राओं की प्रयोग विधियाँ ...239 3. प्रार्थना मुद्रा
दोनों हथेलियों को नमस्कार मुद्रा की भाँति बनाकर हृदय के अग्रभाग पर स्थापित करना, प्रार्थना मुद्रा है।
प्रार्थना मुद्रा
सुपरिणाम
चक्र- अनाहत एवं आज्ञा चक्र तत्त्व- वाय एवं आकाश तत्त्व केन्द्रआनंद एवं ज्योति केन्द्र प्रन्थि- थायमस एवं पीयूष ग्रन्थि विशेष प्रभावित अंग- हृदय, फेफड़ें, भुजाएँ, रक्त संचार प्रणाली, मस्तिष्क एवं स्नायुतंत्र।