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पूजोपासना आदि में प्रचलित मुद्राओं की प्रयोग विधियाँ ... 237 ध्यानावेश प्रार्थना सम्बन्धी मुद्राएँ
हिन्दू आम्नाय में ध्यानावेश प्रार्थना की पाँच मुद्राएँ मानी गई हैं वे निम्न प्रकार है12_
1. विघ्नघ्नी मुद्रा
हाथों की दोनों मुट्ठियों को एक-दूसरे के अभिमुख करते हुए अंगूठों को ऊर्ध्व दिशा में फैलाना विघ्नघ्नी मुद्रा है ।
विघ्नघ्नी मुद्रा
सुपरिणाम
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चक्र - सहस्रार एवं आज्ञा चक्र तत्त्व- आकाश तत्त्व केन्द्र- ज्ञान एवं ज्योति केन्द्र ग्रन्थि - पिनियल एवं पीयूष ग्रन्थि विशेष प्रभावित अंग - ऊपरी मस्तिष्क, आँख, निचला मस्तिष्क एवं स्नायु तंत्र।