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224... हिन्दू मुद्राओं की उपयोगिता चिकित्सा एवं साधना के संदर्भ में
पूजोपचार सम्बन्धी मुद्राएँ
हिन्दू आम्नाय में पूजा उपासना करते समय तेरह प्रकार की औपचारिक क्रियाएँ होती हैं जिनका वर्णन निम्न प्रकार हैं 11
1. गन्ध मुद्रा
मध्यमा, अनामिका और अंगुष्ठ इन तीनों के अग्रभागों से मंत्रोच्चारण पूर्वक गन्ध अर्पित करना, गन्ध मुद्रा है।
गन्ध मुद्रा
सुपरिणाम
चक्र- मूलाधार एवं अनाहत चक्र तत्त्व - पृथ्वी एवं वायु तत्त्व केन्द्रशक्ति एवं आनंद केन्द्र ग्रन्थि - प्रजनन एवं थायमस ग्रन्थि विशेष प्रभावित अंग- मेरूदण्ड, गुर्दे, हृदय, फेफड़ें, भुजाएँ एवं रक्त संचरण तंत्र ।