________________
पूजोपासना आदि में प्रचलित मुद्राओं की प्रयोग विधियाँ ...213 ग्यारहवीं मातृका न्यास मुद्रा
खड़े होकर दायीं मध्यमा से नाभि का स्पर्श करना मातृका न्यास की ग्यारहवीं मुद्रा है।
ग्यारहवीं मुद्रा
सुपरिणाम
चक्र- मूलाधार एवं स्वाधिष्ठान चक्र तत्त्व- पृथ्वी एवं जल तत्त्व केन्द्र-शक्ति एवं स्वास्थ्य केन्द्र प्रन्थि- प्रजनन ग्रन्थि विशेष प्रभावित अंगमेरूदण्ड, गुर्दे, पैर, मल-मूत्र अंग एवं प्रजनन अंग।