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60... जैन मुद्रा योग की वैज्ञानिक एवं आधुनिक समीक्षा
विशेष
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एक्यूप्रेशर के अनुसार यह मुद्रा मांसपेशियों और नसों के उपचार में मदद करती है।
• मासिक धर्म की अनियमितता, प्रसव के अनन्तर होने वाले रोग एवं मूत्राशय की पथरी में इससे लाभ होता है।
14. निष्ठुर मुद्रा
निष्ठुर शब्द सामान्यतः कठोरता के अर्थ में प्रयुक्त होता है । लौकिक जीवन में भी कठोरता के लिए निष्ठुर शब्द का प्रयोग करते हैं। प्रायः कठोरता का भाव उदित होने पर शरीर की मांसपेशियाँ स्वतः निष्ठुर मुद्रा की भाँति संकुचित हो जाती हैं।
प्रतीकात्मक रूप से यह मुद्रा स्थिरता, एकाग्रता, दृढ़ता की द्योतक है। इस मुद्रा का प्रयोग पूजादि धार्मिक प्रसंगों में मन विचलित न हो, उस ध्येय से किया जाता है। इसी के साथ मन, वाणी एवं शरीर संयमित और सुस्थिर रहे, ऐसी
निष्ठुर मुद्रा