________________ सज्जन गीता के अनुपम स्वर * मुद्रा योग के द्वारा सप्त चक्रों को संतुलित करने की विधि एवं उनके प्रभाव... * नाट्य कला एवं मुद्रायोग का पारस्परिक सम्बन्ध... * ऐतिहासिक शिल्पकला में मुद्रा दर्शन... SAJJANMANI GRANTHMALA Website : www.jainsajjanmani.com, E-mail : vidhiprabha@gmail.com ISBN 978-81-910801-6-2 (XVI)