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670... प्रतिष्ठा विधि का मौलिक विवेचन
: लम्बा अलिन्द, वरांडा ।
: मिट्टी, मृत्तिका ।
: दीवार का खांचा ।
मृषा
मृत
मेखला
मेढ्र
मेरू
यक्ष
यमचुल्ली
यान
रत्न शाखा
रथ
रंग मंडप
रंग भूमि रथिका
रन्ध्र
राजसेन
रीति
रुचक
रूपकण्ठ
रूप स्तम्भ
रूप शाखा
राक्षस
राज सेनक
रेखा
लय
ललितासन
लाट
वक्त
: पुरुष चिह्न, लिंग।
: प्रासाद विशेष पर्वत ।
: आय से व्यय जानने की संज्ञा ।
: सम्मुख लम्बा गर्भगृह ।
: आसन, सवारी।
: प्रवेश द्वार का हीरक अलंकरण सहित पक्खा ।
: मन्दिर का प्रक्षेप, कोने के समीप का दूसरा कोना, फालना विशेष |
*
: स्तम्भ आधारित मंडप जो चारों ओर से अनावृत्त होता है।
: गर्भगृह के सामने पांचवाँ मंडप, नृत्य मंडप ।
: भद्र का गवाक्ष, आला।
: प्रवेश द्वार ।
: मण्डप की पीठ के ऊपर का थर ।
: पीतल धातु ।
: समचौरस स्तम्भ |
: आकृतियों से अलंकृत एक अंतरित पट्टी या पंक्ति । : द्वार शाखा के मध्य का स्तम्भ |
: प्रवेश द्वार का आकृतियों से अलंकृत पक्खा ।
:
आय से व्यय जानने की संज्ञा ।
: कक्षा या छज्जेदार गवाक्ष का सबसे नीचे का गोटा ।
: खांचा, कोना ।
: मकान, गृह ।
: विश्राम का एक आसन, जिसमें एक पैर मोड़कर पीठ पर रखा जाता है तथा दूसरा पीठ से लटककर मनोज्ञ लगता है। : स्त्री युगल वाली प्रासाद की जंघा ।
: मुख ।