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प्रतिष्ठा सम्बन्धी मुख्य विधियों का बहुपक्षीय अध्ययन ... 525
इस ज्ञान को आचरण में लाने का प्रयास किया जाए। यही इस अनुशीलन की सार्थकता होगी।
सन्दर्भ - सूची
1. कल्याण कलिका, भा. 1, पृ. 191
2. प्रासाद मंडन, 4/48
3. वास्तुसार, पृ. 119
4. शिल्प रत्नाकर, 5/102
5. कल्याणकलिका, भा. 2, पृ. 250
6. प्रासाद मंडन, 4/44
7. कल्याण कलिका, भा. 2, श्लो. 13, पृ. 253
8. प्रासाद मंडन, 4/45
9. कल्याण कलिका, भा. 2 श्लो. 9-11
10. शिल्प रत्नाकर, 5/98
11. प्रतिष्ठा सारोद्धार, पृ. 81
12. वही, 16-18
13. अपराजित पृच्छा, 144 उद्धृत - प्रासाद मंडन, 4/44 की टीका
14. प्रासाद मंडन, 4/44
15. कल्याण कलिका, भा. 1, पृ. 59
16. वही, पृ. 59
17. वही, पृ. 6
18. प्रासाद मंडन, पृ. 18
19. वास्तुसार प्रकरण, पृ. 104
20. कल्याण कलिका, पृ. 7-8
21. वही, पृ. 8
22. वही, पृ. 8
23. वही, पृ. 9
24. गरापहारिणी मुद्रा, गरूडस्य यथा तथा । जिनस्याऽप्येनसो हंत्री, दुरिताराति पातिनः ॥
25. मुद्रा विज्ञान, पृ. 49-51
आचारसार, 9/27