________________
144... प्रतिष्ठा विधि का मौलिक विवेचन
आधुनिक शिल्पी प्रासाद पुत्र कहते हैं। उसका नाम कपिली अथवा कोली है। गर्भ द्वार के ऊपर दायीं और बायीं तरफ छह प्रकार की कोली बनाते हैं।58 पबासन
गर्भगृह में अरिहंत प्रभु की प्रतिमा स्थापित करने हेतु एक ठोस चबुतरानुमा वेदी बनाई जाती है उसे पबासन कहते हैं। ____ आचार्य जयसेन प्रतिष्ठा पाठ में आकार की अपेक्षा चार प्रकार की वेदी कही गयी है1. चतुष्कोण वेदी- यह वेदी लम्बाई और चौड़ाई में बराबर होती है तथा
प्रतिष्ठित जिनबिम्ब की स्थापना के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। स्पष्ट बोध के लिए रेखाचित्र इस प्रकार है
गर्भगृह ]
11
कोली
ना
गूढ मंडप
त्रिक मंडप 9 चौकी
चौकी
नृत्य मंडप
चौकी
श्रृंगार चौकी