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जिनमन्दिर निर्माण की शास्त्रोक्त विधि ...121
2. कामद पीठ- जाड्यकुंभ, कर्णिका, केवाल आदि के साथ ग्रास पट्टी
वाली साधारण पीठ कामद पीठ कहलाती है। 3. कण पीठ- जाड्यकुम्भ और कर्णिका ऐसे दो थर वाली पीठ कणपीठ
कही जाती है।
प्रासाद के लिए पीठ आधार होता है। यदि पीठ न हो तो वह निराधार कहलाता है इसलिए प्रासाद और घर पीठ रहित हो तो उसका शीघ्र विनाश होता है।49
पीठ की ऊँचाई का मान, आकार का अनुपात, थर का मान आदि के लिए प्रासादमंडन एवं वास्तुसार प्रकरण के तीसरे अध्याय का अवलोकन करना चाहिए।
त्रिविध पीठों को दर्शाने वाले चित्र निम्न हैं
मंडोवर
ग्रास पट्टी
नरथर
नरथर
कर्णिका
अश्वथर
गजथर
जाड्यकुंभ
ग्रास पट्टी .
मिट्टी
ग्रास पट्टी कपोताली
अंतरपत्र। कर्णिका जाड्यकुंभ
कर्णिका
-
कणपीठ
जाड्यकुंभ
जाडम्बा
-कणी
....
..भिट्ट
खलशिला
महापीठ
जाड्यकुंभ
मिट्टी
कादम पीठ
पीठ के चित्र