________________ जिन खोजा तिन पाया | आगमिक संदर्भो में प्रायश्चित्त का स्वरूप ? E-कौन, किस प्रायश्चित्त का अधिकारी? •प्रायश्चित्त तप का प्रावधान कब से और क्यों? | प्रायश्चित्त दान के विविध प्रकार एवं उसके प्रतीकाक्षर? * वैयक्तिक, पारिवारिक एवं सामाजिक परिप्रेक्ष्य में प्रायश्चित्त की उपयोगिता? आलोचना क्या, क्यों और किसके समक्ष करें? E-आलोचना किन स्थितियों में और कब?. - कैसे करें आलोचना की मानसिक तैयारी? E- आलोचना न करने के दुष्परिणामों का शास्त्रीय पर्यवेक्षण? E-आलोचना घाटे का सौदा या फायदे का? E-जैनाचार्यों की दृष्टि में किस दोष के लिए कौन सा प्रायश्चित्त आवश्यक? LLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLL TEEL SAJJANMANI GRANTHMALA Website : www.jainsajjanmani.com, E-mail : vidhiprabha@gmail.com ISBN 978-81-910801-6-2 (X)