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370... आगम अध्ययन की मौलिक विधि का शास्त्रीय विश्लेषण
9. अंगविद्या 11 नी. 10. चतुःशरण 11 नी. 11. द्वीपसागर प्रज्ञप्ति 1 या 3 1 या 3 नी. 12. ज्योतिष करण्डक 13. मरणसमाधि
तीर्थोगाली 15. सिद्धपाहुड 16. नरक विभक्ति 17. चन्द्रवेध्यक 18. नंदीसूत्र 3 मतान्तर 1 3 मतान्तर 1 19. अनुयोगद्वार 3 मतान्तर 1 3 मतान्तर 1 20. पंचकल्प 21. जीतकल्प 22. वीरस्तव 23. संग्रहणी 24. गच्छाचार
आचारदिनकर के अनुसार प्रकीर्णक सूत्रों की योग विधि का यन्त्र न्यास यह है15
1. नंदी 2. अनुयोगद्वार 3. देवेन्द्रस्तव 4. तंदुलवैतालिक 5. चन्द्रवेध्यक 6. आतुर प्रत्याख्यान 7. गणिविद्या 8. कल्पाकल्प 9. क्षुल्लकल्पश्रुत 10. राजकल्पश्रुत 11. प्रमादाप्रमाद 12. पौरुषीमंडल 13. विद्याचार व्यवच्छेद 14. आत्मविशुद्धि 15. मरण विशुद्धि 16. ध्यान विभक्ति 17. मरण विभक्ति 18. संलेखनाश्रत 19. वीतरागश्रुत 20. महाप्रत्याख्यान।
सर्व प्रकीर्णक दिन-1, कायोत्सर्ग - तीन, तप- आयंबिल।
तपागच्छ परम्परानुसार प्रकीर्णक सूत्रों के योगोद्वहन का यन्त्र निम्न प्रकार है-16
प्रकीर्णक नाम दिन कायोत्सर्ग 1. आउर प्रत्याख्यान 13 2. महाप्रत्याख्यान 13 3. देवेन्द्रस्तव
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