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आचार्य पदस्थापना विधि का शास्त्रीय स्वरूप...223
119. बृहत्कल्पभाष्य, गा. 241-244 120. शिष्टाचरितो ज्ञानाद्यासेवनविधिरिति भावार्थ। नन्दी हारिभद्रीयटीका, पृ. 75 121. निशीथभाष्य, गा. 5 122. निशीथभाष्य, गा. 7 123. दशवैकालिकसूत्र, संपा. मधुकरमुनि, 9/4/12 124. आचारचूला, संपा. मधुकरमुनि, 1/10/399 125. (क) वही, 3/3/506
(ख) वही, 2/3/460 126. स्थानांगसूत्र, (ठाणं) संपा. मुनि नथमल, 3/362 127. वही, 3/364 128. वही, 3/488 129. वही, 7/6 130. वही, 7/81 131. वही, 10/17 132. समवायांगसूत्र, संपा. मधुकरमुनि, सम.30, सू. 196/24-25 133. भगवतीसूत्र, 1/5/619 134. ज्ञाताधर्मकथासूत्र, संपा. मधुकरमुनि, 4/10 135. दशवैकालिकसूत्र, 9/1 136. व्यवहारसूत्र, चौथा-छठा उद्देशक 137. पंचवस्तुक, 651-671 138. निर्वाणकलिका, पृ. 7-9 139. सामाचारीसंग्रह, पृ. 73-75 140. सामाचारीप्रकरण, पृ. 26 141. सामाचारी, 48-49 142. सुबोधासामाचारी, पृ. 18 143. विधिमार्गप्रपा-सानुवाद, पृ. 193-206 144. आचारदिनकर, 112-116 145. विधिमार्गप्रपा, पृ. 193-198 146. आचारदिनकर, पृ. 113