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भिक्षा विधि का स्वरूप एवं उसके प्रकार ...19
28. (क) स्थानांगसूत्र, 4/4/512
(ख) आवश्यकनियुक्ति, 1601-1602 29. (क) मूलाचार, 7/647-48
(ख) अनगार धर्मामृत, 7/13 30. जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश, भा. 1, पृ. 285 31. पिण्डनियुक्ति, गा0 623-625 32. आचारचूला, 1/104, 151 33. उदरग्गिसमण मक्ख, मक्खण गोयार सब्भपूरण ।
भमरं णाऊण तप्पयारे, णिच्चेवं भुञ्जए भिक्खू ॥ (क) रयणसार, 108 (ख) चारित्रसार, 78
(ग) तत्त्वार्थवार्तिक, 9/6/16 34. स्थानांगसूत्र, 3/3/379 35. वही, 3/3/380