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वर्तमान युग में भिक्षाचर्या का औचित्य एवं उसके नियमोपनियम ...89
45. वही, पृ 82 46. सक्खं खु दीसइ तवो विसेसो।
उत्तराध्ययनसूत्र, 12/37 47. आचारांगसूत्र, भा. 2/पृ. 40-41 48. वही, 2/1/2/11 49. निशीथ भाष्य, 1123,26-28 की चूर्णि 50. मूलाचार, 6/495-500 51. पंचाशक प्रकरण, 12/34-40,43 52. (क) आचारांगसूत्र, 2/1/331-32
(ख) दशवैकालिकसूत्र, 5/70 53. आचारांग टीका, पृ. 325