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310...जैन मुनि की आचार संहिता का सर्वाङ्गीण अध्ययन 21. कल्पसूत्र, 3/16, 17 की टीका 22. दशाश्रुतस्कन्ध, 8 परि सू. 286 की चूर्णि 23. निशीथभाष्य, 3202 24. (क) वही, 3215-3217
(ख) व्यवहारभाष्य, 1340 की टीका 25. दशाश्रुतस्कन्ध, 8 परि सू. 239 26. वही, सू. 244-248 27. दशाश्रुतस्कन्ध, 8/8 28. वही, 8/74 29. वही, 8/16 30. वही, 8/49 31. वही, 8/35 32. वही, 8/67 33. वही, 8/69 34. वही, 8/66 35. वही, 8/68 36. वही, 8/63 37. भगवती आराधना, गा. 423 की टीका 38. वही, पृ. 334 39. आचारांगसूत्र, मुनि सौभाग्यमल जी 2/3/1/112 40. स्थानांगसूत्र, संपा. मधुकर मुनि, 5/2/100 41. वही, पृ. 483 42. बृहत्कल्पभाष्य, 1539-40 43. आचारांगसूत्र, मुनि सौभाग्यमलजी, 2/3/1/112 44. कल्पसूत्र-कल्पलता, 3/1 तथा कल्पसमर्थनम् गा. 26
उद्धृत-जिनभाषित, सन् 2006, अप्रैल, पृ. 31-32 45. श्रमणाचार, पृ. 286-307 46. मूलाचार, 10/18 की टीका 47. जैन और बौद्ध भिक्षुणी संघ, पृ. 68-70