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________________ 245 नक्षत्र-स्वामी वायु क्र.स . नक्षत्र नाम | नक्षत्रवर्ण नक्षत्रराशि स्वाति | रुरेरोता | तुला विशाखा | तीतूते, तो | तीतूते- तुला, तो - वृश्चिक अनुराधा | नानीनूने | वृश्चिक इंद्र, अग्नि मित्र (सूर्य विशेष) ज्येष्ठा | नीयायीयू वृश्चिक इन्द्र मूल | ये योभाभी घन राक्षस (निती) पूर्वाषाढ़ा | भूघा फाढा घन उदक (जल) | उत्तराषाढ़ा | भेभोजाजी| भे-धन, भोजा जी - मकर विश्वेदेवा अभिजित | जूजेजोखा मकर ब्रह्मा श्रवण खीखूखेखो मकर विष्णु धनिष्ठा | गगीगूगे | गगी- मकर, गूगे-कुंभ वसु (वसु नामक 8 देव) वरुण | शतभिषा | गोसासीसू कुंभ 26. पूर्वाभाद्रपद से सोदा, दी| से सोदा-कुंभ, दी-मीन अजचरण (रुद्रभेद) उतराभाद्रपद दूथ झत्र अहिर्बुध्न्य (सूर्य विशेष) | रेवती | देदो चची मीन पूषा (सूर्य विशेष)
SR No.006192
Book TitlePrakrit Ke Prakirnak Sahitya Ki Bhumikaye
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSagarmal Jain
PublisherPrachya Vidyapith
Publication Year2016
Total Pages398
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size26 MB
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