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सूत्र संवेदना-५ __ मनुष्यलोक के बाहर तिर्छालोक के चैत्य : चैत्यों का
शाश्वत | हर | कुल चैत्यों की एक में प्रतिमाएँ
संख्या प्रतिमाएँ २०. मानुषोत्तर पर्वत की ४ दिशाओं में | २१. आठवें नंदीश्वरद्वीप में
• गोलाकार पर्वतों में • राजधानी में
१९२० २२. ग्यारहवें कुंडलद्वीप में
४९६ २३. तेरहवें रूचकद्वीप में
| ४९६ इससे मनुष्यलोक के बाहर तिर्छालोक के ८० |९८४० कुल चैत्य इस प्रकार ति लोक में नीचे दिए गए अनुसार शाश्वत चैत्य हैं। क्षेत्र
चैत्य । प्रतिमाएँ १ जंबूद्वीप में अ.भरतादिक्षेत्रों में
३० ।
३६०० ब. महाविदेहक्षेत्र में
१२४ १४८८० क.देवकुरु और उत्तरकुरु क्षेत्र में ४५६ ५४७२० ड. मेरुपर्वत के
३००० १ जिससे जंबूद्वीप में कुल
६३५ ७६२०० २. धातकी खंड में
१२७२ |१,५२,६४० ३. पुष्करवरद्वीप में
१२७२ १,५२,६४० जिससे मनुष्यलोक में
|३,८१,४८० ४.मनुष्यलोक के बाहर
| ९८४० ति लोक में कुल
३२५९ ३,९१,३२० ।
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