________________
हाँ ! मूर्तिपूजा शास्त्रोक्त है।
३५ प्रश्न १९ : जब तो जो मोक्ष का अभिलाषी (मुमुक्षु) हो उसे जरुर मूर्तिपूजन करना चाहिये।
उत्तर : इसमें क्या सन्देह ? क्योंकि आज जो मूर्ति नहीं पूजते हैं अथवा नहीं मानते हैं, उन्हें भी यहां पर नहीं तो देवताओं में जाकर तो जरुर सर्व प्रथम मूर्तिपूजन करना , पडेगा । हां ! यदि मूर्ति द्वेष के पाप के कारण उन्हें नरक या तिर्यंच योनि का नसीब हुआ हो तो भले ही वे मूर्तिपूजा से बच सकते हैं, अन्यथा पूजन जरुर करना ही होगा।
प्रश्न २० : देवताओ में जाकर मूर्ति पूजन करना पडेगा ही, इसका आपके पास क्या प्रमाण है ?
उत्तर : देवताओं का कुल जैन है और वें उत्पन्न होते ही यह ही विचार करते हैं कि मुझे पहला क्या करना और पीछे क्या करना और पहले व पीछे क्या करने से हितसुख-कल्याण और मोक्ष का कारण होगा इसके उत्तर में यह ही कहा है कि पहले पीछे मूर्ति का पूजन करना ही मोक्ष का