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________________ ୨୧ हाँ ! मूर्तिपूजा शास्त्रोक्त है। साधु वन्दन का फल तो मोक्ष बतलाया है पर मूर्तिपूजा का फल किसी सूत्र में मोक्ष का कारण बतलाया हो तो आप भी मूल सूत्र पाठ बतलावें ? ५६ हो या न हो यदि सूत्रों में पाठ हो तो बतलाइये? ५७ यह तो केवल फल बतलाया पर किसी श्रावक ने प्रतिमा पूजी होतो ३२ सूत्रों का मूलपाठबतलाओ? ५८ द्रौपदी की पूजा हम प्रमाणिक नहीं मानते हैं। , ५९ द्रौपदी उस समय मिथ्यात्वी अवस्था में थी। ६० : सूरियाभ तो देवता था उसने जीत आचार से प्रतिमा पूजी उसमें हम धर्म नहीं समझते हैं ? ६१ यह तो हम नहीं कह सकते है कि भगवान् का महोत्सवादि करने से भव भ्रमण बढता है ? ६२ यदि धामधूम करने में धर्म होता तो सूरियाभ देव ने नाटक करने की भगवान् से आज्ञा मांगी उस समय आज्ञा न देकर मौन क्यों रखा ? ६३ उपासक दशांग सूत्र में आनंद काम देव के व्रतों का अधिकार है पर मूर्तिका पूजन कहीं भी नहीं लिखा है ?
SR No.006121
Book TitleHaa Murti Pooja Shastrokta Hai
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundarmuni
PublisherRatnaprabhakar Gyan Pushpmala
Publication Year2014
Total Pages98
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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