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હૈમ સંસ્કૃત ધાતુ રૂપાવલી પાંચમા ગણ, આઠમા ગણ, નવમા ગણ, સાતમા ગણ અને ત્રીજા ગણના
પરોક્ષકર્મણિ કદન્ત पांयमो गए : अश् - आनशान, आप् - आपान, कृ - चक्राण, चि - चिच्यान/चिक्यान, दु - दुदुवान, धु - दुधुवान, धू - दुधुंवान, धृष् - दधृषाण, वृ - वव्राण, शक् - शेकान, श्रु - शुश्रुवाण, साध् - ससाधान, सु - सुषुवाण, स्तृ - तस्त्राण, हि - जध्यिान
मामो गए। : कृ - चक्राण, तन् - तेनान, मन् - मेनान, वन् - ववनान, सन् - सेनान, क्षण् - चक्षणान, क्षिण - चिक्षिणान
नवमो ९ : अश् - आशान, क्लिश् - चिक्लिशान, क्री - चिक्रियाण, ग्रन्थ् - जग्रन्थान/ग्रेथान, ग्रह - जगृहाण, पुष् - पुपुषाण, प्री - पिप्रियाण, बन्ध - बबधान, मन्थ् – मेथान, मी - मिम्यान, मुष् - मुमुषाण, मृद् - ममृदान, श्री - शिश्रियाण, क्षुभ् - चुक्षुभान, ज्ञा - जज्ञान, वृ - वव्राण, पू - पुपुवान, लू - लुलुवान, धू - दुधुवान, स्तृ - तस्तिराण, वृ - ववुराण, ज्या - जिज्यान, ली - लिल्यान, कृ - चकिराण, शृ - शशिराण, दृ - ददिराण, जृ - जजिराण, गृ - जगिराण, पृ - पपुराण
सतमो गए। : अञ्ज - आजान, इन्ध् - इन्धाञ्चक्राण, खिद् - चिखिदान, छिद् - चिच्छिदान, तृह् - ततृहाण, पिष् - पिपिषाण, पृच् - पपृचान, भञ्ज - बभजान, भिंद् - बिभिदान, भुज् - बुभुजान, रिच - रिरिचान, विच् - विविचान, विज् - विविजान, विद् - विविदान, युज् - युयुजान, शिष् - शिशिषाण, हिंस् - जिहिंसान, क्षुद् - चुक्षुदान, रुध् - रुरुधान
त्रीको गए। : भी - बिभ्यान/बिभयाञ्चक्राण, हा - जहान, हु - जुहुवान/ जुहवाञ्चक्राण, ही - जिहियाण/जिहूयाञ्चक्राण, ऋ - आराण, दा - ददान, धा - दधान, मा - ममान, हा - जहान, पृ - पप्राण, पृ - पपुराण, भृ - बभ्राण/ बिभराञ्चक्राण, निज् - निनिजान, विज् - विविजान, विष् - विविषाण