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________________ 336 खाने 1 जो खाग्रह न होच समकवानी तैयारी होच ринад राडे या न चायनी दर्शय खेटली तूरी होय क्यारे तेमने समलवीचेडे मोटर के मोकमलनु साधन छें रखने सेना प्रेवश खायो जीक निहोर्थ भवाने उपप दुरीचे छीखे मोटरने चायनुं शाधन माने थला ने मेजववामां इस होय खेटलू नूनहि पछी या शक होय. पोताना डारो बधाई उहीपला पाच બતા स्टेटस मे इस होय, भने जेनी गां यहा मोटर खावेतो शक होय. खाम भत्री जुडीने इस ने र्शय छे ने सुहानी માર્યો અનુનાદના न दुरी राडे, माटेने व मोक्षमार्गबी जुहार छे. घूगा कवी चापने वोतो तरी डे समक्या तैयार होय, ने तेने बयावली या माने खाहररगीच न माने तेनासा लुछिनो परिणाम होय. दुष्टत्यने દત્ય तरीके वियारखा तैयार होय ने सुहृत्य तरी है मानवा तैयार होय. पत्रा साठी पानी अज्ञानताळी . तेना 128 ાંચ હોય . ડીપણ काली बेहने यायनी अनुमोहना जशी करतो. ते कुप मोक्षमार्गनी संहर छे ये लूमिका नेने व्याधी गधे के के कपने समय से चाय छे. ते कव के प्रमासिकताची पैसा ड्रमाने तेना 3121 ભગવડતા लोगवनी होचली मारने तेना रीते खेने उहेवामा खावेडे पला याप छे, प्यारे धायडे हुं मारा स्वजणधी व्याकजी रीते उंभाव छ तो श्रमां फोड शुं छे र इ डोघने हैतरतो नधी, चत्र 'कचन मोहमल १९३१ खाम नेने खमां सामान्य वापर मयु 3. शु डाम छे
SR No.005862
Book TitleAnukampadan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYugbhushanvijay
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages400
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size8 MB
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